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Indoor Air Pollution: घर के अंदर की हवा भी आपको बीमार बना सकती है, जानें कैसे बचें

जब बात पॉल्यूशन की आती है तो अक्सर हमारा ध्यान सिर्फ बाहर की हवा यानी आउटडोर एयर पॉल्यूशन पर जाता है। लेकिन सच तो यह है कि जितनी खतरनाक बाहर की हवा है, उतनी ही खतरनाक घर के अंदर की हवा भी हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इनडोर एयर पॉल्यूशन हर साल दुनिया में करीब 4.3 मिलियन लोगों की मौत का कारण बनता है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने घर की हवा को भी सुरक्षित रखने के उपाय समझें।

बाहरी और अंदरूनी पॉल्यूशन का कनेक्शन

अक्सर लोग यह सोचते हैं कि घर के अंदर की हवा सुरक्षित होती है, लेकिन हकीकत यह है कि बाहर का प्रदूषण घर के अंदर भी एंट्री कर सकता है। इसके अलावा, हमारी रोजमर्रा की एक्टिविटी जैसे कुकिंग, क्लीनिंग या पालतू जानवर भी हवा को प्रदूषित कर सकते हैं। गैस स्टोव, धूल-मिट्टी, स्मोकिंग, सुगंधित मोमबत्तियां— ये सभी अंदरूनी पॉल्यूशन के सोर्स होते हैं।

अलग-अलग कमरों में अलग है पॉल्यूशन का लेवल

इनडोर पॉल्यूशन हर कमरे में अलग-अलग हो सकता है। मसलन, बेडरूम आम तौर पर छोटा होता है और अगर वेंटिलेशन सही नहीं है तो प्रदूषक कण ज्यादा मात्रा में जमा हो सकते हैं। इसके अलावा, रसोई घर पॉल्यूशन का बड़ा सोर्स बन सकती है क्योंकि यहां ईंधन जलने से पीएम 2.5 कण और वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (VOC) निकलते हैं।

बेडरूम में कौन-सी चीज़ें हवा बिगाड़ती हैं?

हम अपनी जिंदगी का एक तिहाई हिस्सा सोने में बिताते हैं। ऐसे में बेडरूम का एयर क्वालिटी बेहतर होना बेहद जरूरी है। लेकिन कई आदतें हवा को खराब कर सकती हैं। लोग अच्छी खुशबू के लिए सेंटेड कैंडल्स, रूम फ्रेशनर या रीड डिफ्यूज़र का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये हवा में VOC छोड़ते हैं जो सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकते हैं।

इसी तरह, अगर आपके पास पालतू जानवर हैं तो उनकी रूसी (डैंडर) भी हवा में अलर्जी फैला सकती है। इसलिए पालतू जानवरों को बेडरूम में ना लाएं और नियमित सफाई करें।

किचन: इनडोर पॉल्यूशन का हॉटस्पॉट

रसोई घर में गैस या तेल जलाने से निकलने वाला धुआं और कुकिंग ऑयल से निकलने वाले बारीक कण सीधे आपके फेफड़ों में जा सकते हैं। अगर वेंटिलेशन सही नहीं है तो यह समस्या और बढ़ सकती है। इसलिए किचन में हमेशा एक्जॉस्ट फैन या अच्छी चिमनी लगवाएं और खाना बनाते वक्त खिड़कियां खोलें।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

एनवायरमेंटल केयर इंजीनियरिंग कैटेगरी के डायसन में हेड इयान ब्रो के मुताबिक, “इनडोर पॉल्यूशन को कम करने के लिए जरूरी है कि घर में हवा की आवाजाही बनी रहे। इसके अलावा, रूम फ्रेशनर और सेंटेड कैंडल्स से दूरी बनाना भी सही रहेगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि रात की नींद भी खराब एयर क्वालिटी की वजह से प्रभावित हो सकती है। कई शोध बताते हैं कि खराब हवा नींद की क्वालिटी को बिगाड़ सकती है और सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती है।

एयर प्यूरीफायर: इनडोर पॉल्यूशन से राहत का उपाय

इनडोर पॉल्यूशन को कम करने का सबसे आसान उपाय है एयर प्यूरीफायर। आजकल बाजार में HEPA फिल्टर वाले एयर प्यूरीफायर आते हैं जो हवा में मौजूद धूल, धुआं, VOC, डस्ट माइट्स और पालतू जानवरों की रूसी जैसे प्रदूषक कणों को हटाते हैं। अगर आपके घर में वेंटिलेशन अच्छा नहीं है या आप भीड़भाड़ वाले इलाके में रहते हैं तो एयर प्यूरीफायर लगाना एक समझदारी भरा फैसला होगा।

घर को पॉल्यूशन फ्री रखने के आसान टिप्स

✅ रोजाना दरवाजे और खिड़कियां खोलकर वेंटिलेशन बढ़ाएं।
✅ HEPA फिल्टर वाला वैक्यूम क्लीनर इस्तेमाल करें।
✅ घर के कोनों में नमी न बनने दें।
✅ किचन में खाना बनाते वक्त खिड़कियां खुली रखें और एक्जॉस्ट फैन जरूर चलाएं।
✅ पालतू जानवरों को बेडरूम में न आने दें।
✅ हाउसप्लांट्स लगाएं, जैसे मनी प्लांट, स्पाइडर प्लांट या एलोवेरा, जो हवा को प्राकृतिक रूप से शुद्ध करने में मदद करते हैं।

सही जानकारी से रख सकते हैं घर को सुरक्षित

इनडोर पॉल्यूशन को नजरअंदाज करना अब समझदारी नहीं है। खासकर जब WHO जैसी संस्थाएं इसे जानलेवा बता रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने घर की हवा को बेहतर रखने के उपाय आज से ही अपनाएं। बाहर का पॉल्यूशन आपके बस में न हो लेकिन घर के अंदर की हवा को शुद्ध रखना तो आपके हाथ में है।

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