मध्य प्रदेश के गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में इन दिनों चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर है। भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी सीट को लेकर किसी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहते। दिलचस्प बात यह है कि इस बार सिंधिया परिवार के सभी सदस्य मैदान में उतर आए हैं और परंपरागत अंदाज से लेकर युवा जोश तक, हर तरीके से मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं।
इसी कड़ी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया चर्चा का विषय बने हुए हैं। महाआर्यमन ने बीते दिनों गुना-शिवपुरी के पिछोर विधानसभा क्षेत्र में अनोखा प्रचार किया। उन्होंने बैलगाड़ी पर बैठकर ग्रामीण इलाकों में जनसंपर्क किया और लोगों से अपने पिता के समर्थन में वोट देने की अपील की।
बैलगाड़ी और ट्रैक्टर से जोड़ रहे गांव से रिश्ता
गांव-देहात में जब कोई नेता बैलगाड़ी पर सवार होकर वोट मांगने निकले तो यह दृश्य अपने आप में अनोखा हो जाता है। महाआर्यमन सिंधिया के इस अंदाज ने लोगों को उनके दादा और परदादा के समय की याद दिला दी, जब नेता इसी तरह गांव-गांव जाकर जनता से सीधे जुड़ते थे।
महाआर्यमन सिर्फ बैलगाड़ी तक ही सीमित नहीं रहे। एक जगह उन्होंने खुद ट्रैक्टर भी चलाया। ट्रैक्टर चलाते हुए युवा महाआर्यमन का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे यह साफ हो गया कि वे मतदाताओं के बीच अपनी युवा और जमीनी छवि बनाना चाहते हैं।
जेसीबी से बरसाए गए फूल, युवा कार्यकर्ताओं का जोश
इस अनोखे रोड शो के दौरान एक खास नजारा उस वक्त देखने को मिला, जब महाआर्यमन सिंधिया के ऊपर उनके समर्थकों ने जेसीबी मशीन से फूलों की बारिश कर दी। बैलगाड़ी पर सवार महाआर्यमन के चारों तरफ फूल ही फूल बिखर गए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्होंने ‘सिंधिया जिंदाबाद’ के नारे लगाकर माहौल को चुनावी रंग में रंग दिया।
प्रियदर्शनी राजे भी डोर-टू-डोर कैंपेन में जुटीं
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस चुनाव प्रचार की बड़ी ताकत उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया भी बनी हुई हैं। वे अलग-अलग गांवों और कस्बों में घर-घर जाकर महिलाओं से संवाद कर रही हैं और अपने पति के लिए समर्थन जुटा रही हैं।
प्रियदर्शनी राजे का यह अंदाज क्षेत्र की महिलाओं को खूब भा रहा है। वे न सिर्फ वोट मांग रही हैं बल्कि हर घर की महिलाओं को भरोसा भी दिला रही हैं कि सिंधिया परिवार हमेशा की तरह उनके सुख-दुख में साथ खड़ा रहेगा।
महाआर्यमन ने मांगा मां बलारपुर का आशीर्वाद
सिर्फ जनसंपर्क और रोड शो तक ही बात सीमित नहीं रही। महाआर्यमन सिंधिया ने चुनाव प्रचार के दौरान माधव नेशनल पार्क के भीतर स्थित प्रसिद्ध बलारपुर माता मंदिर में भी दर्शन किए। मंदिर पहुंचकर उन्होंने माता बलारपुर से अपने पिता की जीत के लिए आशीर्वाद मांगा।
इस मौके पर मंदिर के महंत प्रयाग भारती ने महाआर्यमन को आशीर्वाद दिया और कहा कि सिंधिया परिवार का हमेशा से धर्म और आस्था से गहरा नाता रहा है। दर्शन के समय बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
क्यों महाआर्यमन हैं सिंधिया परिवार की नई उम्मीद?
महाआर्यमन सिंधिया पहली बार सार्वजनिक रूप से इतने सक्रिय नजर आ रहे हैं। उनकी उम्र भले ही कम हो लेकिन जिस आत्मविश्वास और सहजता से वे बैलगाड़ी पर बैठे, ट्रैक्टर चलाया और गांव-गांव में लोगों से सीधे संवाद किया, उसने यह साफ कर दिया कि वे भविष्य में सिंधिया परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।
ग्रामीणों से चर्चा के दौरान महाआर्यमन ने कहा कि उनके पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हमेशा क्षेत्र की जनता की सेवा की है और आने वाले वक्त में भी विकास की गति को और तेज किया जाएगा। उन्होंने युवाओं से भी अपील की कि वे सही उम्मीदवार को चुनें और क्षेत्र के विकास में भागीदार बनें।
गुना-शिवपुरी सीट पर है सबकी नजर
गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट सिंधिया परिवार के लिए हमेशा से प्रतिष्ठा का विषय रही है। 2019 में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा जॉइन की थी तो यह सीट राजनीतिक चर्चाओं में रही थी। इस बार भी यहां मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि विरोधी दल भी पूरी ताकत झोंक चुके हैं।
सिंधिया परिवार की सक्रियता और महाआर्यमन जैसे युवा चेहरे के सामने आने से भाजपा समर्थकों में नया जोश दिख रहा है। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता किसे अपना सांसद चुनती है।
महाआर्यमन सिंधिया का यह बैलगाड़ी और ट्रैक्टर वाला जनसंपर्क यह बताता है कि राजनीति में अब भी परंपरागत तरीकों की अहमियत खत्म नहीं हुई है। जब जनता से सीधे जुड़ने की बात आती है तो हाईटेक कैंपेन से ज्यादा असर दिल से निकली आवाज करती है।