उत्तराखंड में मानसून ने इस बार पहले ही दस्तक देकर हालात मुश्किल कर दिए हैं। पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। सबसे ज्यादा असर रूद्रप्रयाग, चमोली और आसपास के इलाकों में देखा जा रहा है, जहां बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है और सड़कें बंद हो गई हैं।
रूद्रप्रयाग में लापता बस अब भी नहीं मिली
उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में बीते दिनों एक बस नदी में गिर गई थी। हादसे के बाद से बस और उसमें सवार आठ लोगों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है, लेकिन नदी में तेज बहाव और मटमैला पानी तलाश में बड़ी बाधा बन रहा है। गोताखोरों का कहना है कि उफनती नदी में उतरना भी खतरे से खाली नहीं है।
बद्रीनाथ नेशनल हाईवे बंद
रूद्रप्रयाग के साथ-साथ चमोली जिले में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। चमोली पुलिस ने जानकारी दी है कि लगातार बारिश के कारण बद्रीनाथ नेशनल हाईवे कई जगहों पर बंद हो गया है। नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास हाईवे पर मलबा आने से यातायात पूरी तरह ठप है। फिलहाल लोक निर्माण विभाग और प्रशासन की टीम मलबा हटाने और सड़क खोलने की कोशिश में जुटी हुई हैं। लेकिन बारिश रुकने तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद कम है।
अगले चार दिन अलर्ट पर रहेगा उत्तराखंड
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने चेतावनी दी है कि अगले चार दिन तक उत्तराखंड के कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक चमोली, रूद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नैनीताल के कुछ हिस्सों में भी ऑरेंज अलर्ट लागू किया गया है।
इससे जुड़े अपडेट आप उत्तराखंड मौसम अलर्ट पेज पर देख सकते हैं।
चारधाम यात्रा पर असर, यात्रियों को चेतावनी
भारी बारिश का सीधा असर चारधाम यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है। बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पहाड़ों में हो रहे लगातार भूस्खलन से सड़कें कभी भी अवरुद्ध हो सकती हैं। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम अपडेट लगातार देखते रहें और बिना पुष्टि के यात्रा पर न निकलें।
पिछले साल भी चारधाम यात्रा के दौरान कई जगहों पर यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी थी। ऐसे में इस बार स्थानीय प्रशासन और तीर्थ पुरोहित यात्रियों को सुरक्षित यात्रा के लिए लगातार अपडेट दे रहे हैं।
उत्तराखंड में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना
इस बार मानसून ने उत्तराखंड में 21 जून को ही दस्तक दे दी थी, जो सामान्य समय से करीब एक हफ्ता पहले है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस बार पूरे राज्य में औसत से 10-15% ज्यादा बारिश दर्ज हो सकती है। हरिद्वार और देहरादून को छोड़कर ज्यादातर जिलों में झमाझम बारिश का दौर जारी है।
हिमाचल प्रदेश में भी भारी तबाही
केवल उत्तराखंड ही नहीं, पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश भी भारी बारिश और बाढ़ से जूझ रहा है। कांगड़ा जिले में अचानक आई बाढ़ ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। बुधवार को कांगड़ा में तेज बारिश के बाद बाढ़ का पानी कई घरों और दुकानों में घुस गया। अब तक छह शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। कुल्लू जिले के रेहला बिहाल में बादल फटने से तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन टीम राहत और बचाव कार्य में लगी है, लेकिन लगातार बारिश से काम में दिक्कतें आ रही हैं।
देश के 14 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत देश के 14 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। इसके चलते नदियों में जलस्तर बढ़ने और अचानक बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका है।
क्या करें, क्या न करें
राज्य प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि वे पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचें। मौसम अपडेट पर नजर रखें, आपदा अलर्ट ऐप्स का इस्तेमाल करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत 112 या 108 पर कॉल करें।